10 ऐसी Books जो आपको ट्रेडिंग मनोविज्ञान या Trading Psychology समझने में मदद करेंगी। अब आपके मन में ख्याल आ रहा होगा कि आखिर आपको कैसे पता चलेगा कि ये काम करती है या नहीं।
ये बिलकुल स्वाभाविक है, मै भी पहले इसी प्रकार सोचता था कि किताबों को खंगालने से अच्छा है कि मै यूट्यूब पर शेयर मार्किट से जुड़ी वीडियोस देखूं और बड़े बड़े वित्तीय समाचार पत्रों के आर्टिकल्स पढू लेकिन जो बात किताबों मे हैं वो किसी और चीज़ मे नहीं।
ये बात मुझे तब पता चली जब मेने अपनी ट्रेडिंग जर्नी की पहली किताब पढ़ी। खुशकिस्मती से वह एक ट्रेडिंग साइकोलॉजी से जुड़ी किताब थी जिसे पढ़ने मे आज भी उतना ही मज़ा आता है जितनी पहली बार आया था।
क्या आप उस किताब का नाम जानना चाहते हैं? एक इशारा देता हूँ, वो किताब नीचे दी गयी 10 किताबों मे से एक है।
हम पहले ही 10 Best Books for Share Market बता चुके हैं और वह किताब उसमे भी शामिल है | अगर आपने उस लेख को नहीं पढ़ा नहीं तो ज़रूर पढ़िए। आप उसे अब भी पढ़ सकते हैं और इस लेख को पढ़ने के बाद भी पढ़ सकते हैं, वो आपकी मर्ज़ी है पर याद से पढ़ लीजियेगा क्योंकि उससे आपको बहुत ज्ञान मिलेगा। आपको सारी जानकारी बिलकुल फ्री मे मिलेगी जो किसी paid कोर्स मे भी मुश्किल से मिलती है।
Trading Psychology क्या है?
ट्रेडिंग साइकोलॉजी शेयर मार्किट में एक ट्रेडर की मनोस्थिति को बताती है। जब भी आप कोई शेयर खरीदते हैं उस समय आपके दिमाग में उस शेयर को लेकर बहुत सारी बातें चल रही होती हैं जैसे
-वह शेयर कितना ऊपर जायेगा
-आप उससे कितना प्रॉफिट कमाएंगे
-यदि नीचे चला गया तो कितना नुकसान होगा
इन सभी बातों का ध्यान रखकर Trading करना ही ही ट्रेडिंग साइकोलॉजी की असली परिभाषा है। जब आप अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का पूरे अनुशासन से पालन करते हैं(फिर चाहे फायदा हो या नुकसान) तो एक सफल ट्रेडिंग साइकोलॉजी विकसित हो जाती है।
Trading Psychology in Hindi
हिंदी में ट्रेडिंग साइकोलॉजी का मतलब व्यापार मनोविज्ञान होता है।
अगर आपने कोई शेयर ख़रीदा और आपके टारगेट से पहले ही नीचे आ गया तो फिर आप लालच में शेयर को नहीं बेचते, यह एक डरे हुए मन को दिखाता है। ऑप्शन ट्रेडिंग में ऐसा अक्सर देखने को मिलता है। लोग निफ़्टी की 1000 पॉइंट्स वाली CE सस्ते के लालच में खरीद लेते हैं और मार्किट बंद होने तक बेचते ही नहीं हैं।
स्टॉक मार्किट में सफल होने के लिए अनुशासन होना बहुत जरुरी है। ये 10 बेस्ट बुक्स आपको ट्रेडिंग मनोविज्ञान से जुड़ी सभी बातें समझाएंगी और एक मजबूत मन विकसित करने में मदद करेंगी।
#10 The Disciplined Trader By Mark Douglas
मार्क डगलस की ये किताब बताती है कि कैसे मार्किट हमेशा सही होती है लेकिन हमारा अंदाज़ा हमेशा सही नहीं होता। मार्किट को मतलब नहीं कि आपके कितने पैसे लगे है, उसे सिर्फ अपना काम करना है क्योंकि उसके लिए आप सिर्फ एक आंकड़ा हैं। लोग सोचते हैं कि फिर से वैसा ही होगा जैसे पहले हुआ था, इसे कहते हैं भूतकाल स्ट्रेटेजी।
पर हमेशा ऐसा नहीं होता जैसा कि हम सोचते हैं, मार्किट बदलने से पहले कभी चेतावनी नहीं देती और अगर सही से ट्रेंड को न परखा जाये तो भरी नुकसान हो सकता है। ये किताब आपको ऐसी समस्या से निकलना सिखाएगी और साथ ही आपके ट्रेडिंग नियम मे अनुशासन लाने मे मदद करेगी ताकि मुनाफा अधिक से अधिक हो और नुकसान कम से कम या बिलकुल न के बराबर।
#09 Trade The Trader by Quint Tatro
Quint एक हेज फण्ड मैनेजर और एक इन्वेस्टिंग फर्म के प्रेसिडेंट है जो अपनी trading psychology किताब मे बताते है है जब आप स्टॉक्स मे ट्रेड कर रहे होते हैं तो आप सिर्फ एक कंपनी मे ट्रेड नहीं करते बल्कि दूसरे ट्रेडर्स के विरुद्ध भी खड़े होते हैं जिनका औचित्य सिर्फ आपके बैंक अकाउंट से पैसा ले जाना है।
मार्किट के अंदर हर कोई पैसा नहीं कमाता है किसी को तो गँवाना पड़ेगा और अगर आप अपना नाम गवाने वालो की लिस्ट मे नहीं जोड़ना चाहते तो आपको ये समझना होगा की मार्किट मे आखिर चल क्या है और ज्यादातर लोग क्या सोच रहे हैं। ये किताब आपको भीड़ से अलग होकर चलना सिखाती है।
#08 The Atomic Habits by James Clear
वैसे तो ये एक सेल्फ हेल्प बुक है लेकिन इस किताब को पढ़ने के बाद भी आपको अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी मे discipline लाने मे काफी मदद मिलेगी। ये किताब बताती है कि कैसे हमारी छोटी छोटी आदतें आगे जाकर बड़े परिणाम देती है, इसके साथ ही ये सिखाती है कि अच्छी आदतें कैसे डाले जो लम्बे समय तक बनी रहें। ट्रेडिंग मे भी ये बहुत जरुरी है कि हम बिना लालची बने जहाँ support और resistance trendline बनाई है वही से ट्रेड लें और profit या stop loss ट्रिगर होते ही पोजीशन बंद कर दे। ऐसे इंसान मत बनो जो मार्किट खुलने के 10 मिनट पहले आकर ये सोचते है कि आज तो धमाका होगा और रातोंरात करोड़पति बन जायेंगे।
#07 Market Wizards by Jack D Schwager
क्या अच्छे ट्रेडर के पास एक जादुई गोला होता है जो उसे सब कुछ पहले ही बता देता है, क्या उनके पास बेहतरीन चार्ट रीडिंग स्किल होते हैं या फिर वे लोग ट्रेडिंग की अच्छी पढाई के साथ ही पैदा होते हैं? ये किताब आपको इन सभी सवालों के जवाब देगी और सिखाएगी कि आप एक अच्छा ट्रेड कैसे ले सकते हैं।
अगर आपको शुरू में फायदा हो जाता है तो ये अच्छा नहीं। अब भला ये किसी बात कही, प्रॉफिट देखने के लिए तो हम ट्रेडिंग कर रहे हैं और ये हो जाये तो इसमें नुकसान कैसा। आप बिलकुल सही सोच रहे हैं लेकिन अगर आपको शुरू में फायदा हो गया और बाद में loss हुआ तो आप उसे सीधा अपनी ईगो पर लेंगे और अपना नुकसान रिकवर करने को आप भावनाओं में बह जायेंगे और ऐसे वैसे ट्रेड ले लेंगे।
#06 Super Trader by Van K Tharr
अगर आपने मार्किट विज़ार्ड्स पढ़ ली है तो आपको याद होगा कि जैक ने अपनी पुस्तक में जिन successful ट्रेडर्स का इंटरव्यू किया था उनमे से एक नाम डॉक्टर वैन का भी है। ये अपनी trading Psychology पुस्तक में बताते हैं कि ट्रेडिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। अपने ऊपर काम करें, एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का चुनाव करें जो सभी कामयाब ट्रेड में कारगर लग रही हो और अपनी गलतियों से सीखें।
अगर कोई व्यक्ति बिना प्लान के ही सब कुछ किये जा रहा है तो चाहे उसे अभी फायदा हो या नुक्सान, उसकी हर ट्रेड एक गलती ही है। वैसे भी अगर कोई व्यक्ति किसी प्लान के साथ नहीं चल रहा तो सम्भावना है कि आगे जाकर उसे बड़े नुकसान देखने पड़ें। जैसे BSE और NSE में कितने सारे स्टॉक्स ऑपरेटर चलाते रहते हैं और ऐसे भी कोई नया आदमी ओवर कॉन्फिडेंस में आकर किसी 3 रुपया के स्टॉक को 70 रूपये में खरीद लेगा और फिर जब ऑपरेटर अपनी हिस्सेदारी बेक देंगे तो वो लम्बे समय के लिए घाटे में चला जायेगा।
वही दूसरी और कोई इंसान अगर पूरी प्लानिंग और रिसर्च के साथ आगे बढ़ रहा है तो भले ही उसे आज नुकसान उठाना पड़े पर आगे जाकर वह फायदे में ही रहेगा।
#05 Think and Grow Rich by Napoleon Hill
अपनी इस पुस्तक में लेखक नेपोलियन हिल ने अपने जीवनभर के ज्ञान को समाहित किया है जिसे पढ़कर कोई भी व्यक्ति अमीर बन सकता है। अब चाहे वह मार्किट से हो, बिज़नेस से हो, अपना उत्पाद बना कर हो, या कोई अन्य काम करके। लेखक ने ऐसे राज़ का पर्दाफाश किया है जो सभी अमीर व्यक्तियों को पता होता है लेकिन वे आपसे उसे छुपाते है।
आप सोचकर अमीर बन सकते हैं, एक व्यक्ति जिसके पास कुछ भी नहीं था वो एडिसन के यह जाकर विख्यात हो गया। वहीँ दूसरी और एडिसन का काम करने के बाद भी दूसरे व्यक्ति को उसके काम का सम्मान भी नहीं दिया गया। असल में ये सब आपके सोचने के नजरिये पर निर्भर करता है कि आप अमीर बनना चाहते है या नहीं। यदि आप तैयार है तो इसे पढ़ सकते हैं ।
#04 Rich Dad Poor Dad by Robert Kiyosaki
शुरुआत में जब मेने इस पुस्तक के बारे में सुना था तो मै सोचता था कि रोबर्ट कितने बुरे आदमी हैं और वे ऐसा कैसे कह सकते हैं कि केवल अमीर ही अमीर बन सकते हैं पर जैसे मैने ये किताब खुद पढ़ी मुझे समझ आया कि माजरा कुछ और ही है। जैसा मैने कियोसाकी साब के बारे में सुना था वो ऐसे बिलकुल भी नहीं।
अमीर लोग और ज़्यादा अमीर इसलिए होते हैं क्योंकि वे सिर्फ काम की चीज़ें और asset खरीदते हैं जो उन्हें लम्बे समय तक फायदा पहुँचती हैं और फालतू दिखावटी चीज़ो पर ध्यान नहीं देते जबकि गरीब या मिडिल क्लास लोग अपनी पूरी सैलरी आईफोन, गाड़ी, महँगी चीज़ें आदि खरीदने में खर्च कर देते हैं जो सारी उम्र उनके पैसे कहती रहती हैं।
अगर आपके पास घर के खर्चे से अलग कुछ पैसे नहीं हैं तो ट्रेडिंग में पैसे लगाना भी आपको गरीब बना सकता है। कुछ पैसे बचाकर ही ट्रेडिंग शुरू करनी चाहिए और लोन लेकर तो बिलकुल ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए क्योंकि फिर SEBI भी आपकी मदद नहीं कर सकता।
#03 The Market Is Always Right by Thomas A. McCafferty
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई निवेशक क्या सोचता है, मार्किट हमेशा सही होता है तो बस एक ट्रेड पर ये सोचकर नहीं अटके रहना चाहिए कि ये किसी दिन बढ़ेगा और मेरे सारे नुकसान की भरपाई कर देगा। मार्किट में भारी प्रॉफिट होने के साथ भरी लॉस भी हो सकता है तो इसके लिए आपको हमेशा तैयार रहना चाहिए और इसलिए केवल उन्ही पैसो से ट्रेड करना चाहिए जो अगर चले भी जाएँ तो आपको गम न हो।
मार्किट के हिसाब ट्रेड का चुनाव करें न कि अपनी भावनाओं के आधार पर क्योंकि मार्किट में एंटर करना एग्जिट करने से काफी ज़्यादा आसान होता है। लेकिन आपने पैसा कमाए हैं या गंवाएं हैं ये आपका एग्जिट ही निरधारित करता है इसलिए किसी चमत्कार का इंतज़ार करने से अच्छा है कि जहाँ नुकसान दिखाई दे रहा हो वह से चुपचाप निकल लें।
मार्किट में पैसे कमाने के आपको बहुत मोके मिलेंगे पर उनका लाभ आप तभी ले पाएंगे जब आपकी जेब में पैसे बचें होंगे इसलिए आपने पैसे बचाकर रखें।
#02 The Joys of Compounding by Gautam Baid
इस किताब को लिखा है गौतम बैड ने जो कि एक चार्टेड फाइनेंसियल एनालिसिस हैं जो सुमित इन्वेस्टमेंट के पोर्टफोलियो मैनेजर भी रह चुके हैं और अभी स्टेलर वेल्थ के फाउंडर बनकर कमान संभाल रहे हैं। गौतम बताते हैं कि जब आप इन्वेस्टिंग करना शुरू करते हैं तो शुरुआत में आप मार्किट को ट्यूशन फीस देते हैं जो अभी तो बोझ लग सकती है लेकिन आगे जाकर दूसरी और तीसरी साइकिल में बहुत काम आती है और लम्बा फायदा देती है। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ट्यूशन फीस देते ही रिजल्ट देखने लग जाते हैं और सबसे पहली जगह पर ही हार मान जाते हैं।
शेयर मार्किट से पैसा कमाने का सिंपल सा गणित हैं, सीखने पर ज़्यादा से ज़्यादा ध्यान लगाएं और जल्दी फल की इच्छा न करें। जितना आप फल के पीछे भागेंगे उतने ही नुकसान में दब जायेंगे लेकिन ऐसा भी न हो की अपने गलत कंपनी चुन ली और उसका इंतज़ार करते करते 10 साल बीत जाएँ और फिर भी उसकी कीमत काम होती रहे। सूझ बूझकर कंपनियों का चुनाव करें और उन्हें खरीद कर भूल जाएँ।
#01 Trading in The Zone by Mark Douglas
ट्रेडिंग साइकोलॉजी को समझने के लिए इससे बढ़िया पुस्तक आज तक बनी ही नहीं। ये किताब इतनी आसान भाषा में लिखी गयी है कि इसे beginner से लेकर advanced या प्रोफेशनल ट्रेडर भी पढ़ सकता है। मार्क अपनी पुस्तक में बताते हैं कि ट्रेडिंग mindset और Trading psychology का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है क्योंकि ट्रेडिंग करते समय हमारे अंदर डर, गुस्सा, उम्मीद, भ्रम से लेकर ओवर कॉन्फिडेंस जैसे तरह तरह के इमोशन दिखाई देते हैं। एक अच्छा ट्रेडर वहीं है जो किसी भी भावना से दूर रहे।
कुछ लोग सोचते हैं कि शेयर कि प्राइस बढ़ेगी इसलिए वे उसे खरीद लेते हैं, कुछ सोचते हैं कि प्राइस घटेगी तो वे उसे बेचना शुरू कर देते हैं जबकि कुछ ऐसे भी होते हैं जो स्टॉक्स को अपने डीमैट अकाउंट में लम्बे समय के लिए रखे रहने देते हैं। मार्किट में करोड़ो लोग हैं जो शेयर की कीमत पर प्रभाव डाल सकते हैं इसलिए आपको मार्किट के साथ चलना चाहिए। मार्किट कैसे चलेगा ये जानने के लिए लोगो के मन को समझना चाहिए।
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