सबसे सस्ता शेयर किस कंपनी का है? Cheapest Share in Indian Share Market

जब हम स्टॉक मार्किट में पहली बार निवेश करने जाते हैं तो हमारे मन में पैसे खोने का एक डर लगा रहा रहता है और ये बिलकुल स्वाभाविक है। भई जिस चीज़ को पाने लिए आप पूरा दिन मेहनत करते हैं वह एक पल में साफ़ हो, सुनने में भी डरावना लगता है पर माउंटेन ड्यू का एक बहुत प्रसिद्ध डायलाग है, डर के आगे जीत है और ये बात काफी हद तक सच भी है।

हर एक सफल और कामयाब आदमी जिसे आप जानते हैं उसने अपनी जिंदगी में बहुत रिस्क लिए हैं। महान लोगों के अंदर ये सबसे बेहतरीन बात होती है कि वे हमेशा जोखिम उठाने को तैयार रहते हैं चाहे उनके पास कुछ भी नहीं बचे पर फिर भी वे अपना सब कुछ दाँव पर लगाने से पीछे नहीं हटते। यही जीतने का मिजाज उन्हें ओरों से अलग करता है।

शुरुआत में कितना भी ज्ञान पेल लो हमे तो सबसे सस्ता share खरीदकर ही अपने इन्वेस्टिंग करियर कि शुरुआत करनी है और अमीर बनना है। तो चलिए जानते है चीपेस्ट स्टॉक के बारे में जिसे आप पार्ले जी के बिस्कुट जितनी कीमत पर खरीद सकते है। अब ज्ञान की बात आ ही गयी है तो आपको निवेश शुरू करने से पहले ट्रेडिंग साइकोलॉजी से जुड़ी पुस्तकें पढ़नी चाहिए |

सबसे सस्ता शेयर किस कंपनी का है?

कहने को तो स्टॉक मार्किट में ऐसी ऐसी कंपनियां हैं जिनके शेयर की कीमत 1 रूपये से भी कम है लेकिन सवाल ये है की सबसे सस्ता शेयर कोनसी कंपनी का है? आज की बात करें तो 2022 में Avance Tech कम्पनी का सबसे सस्ता शेयर है जिसकी कीमत मात्र 47 पैसे है । यह कंपनी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं जिसका कोड BOM: 512149 है |

Sabse sasta share kis company ka hai

इसके बाद VKJ इंफ्राडेवेलोप(51 पैसे) अलका सिक्योरिटीज(85 पैसे), गोल्डलाइन इंटरनेशनल(92 पैसे) और सेवन हिल इंडस्ट्रीज 99 पैसे की कीमत के साथ पांचवा सबसे सस्ता शेयर हैं | इस महंगाई के दौर में जहाँ एक पेन भी 3 रूपये से कम का नहीं मिलता ऐसे में हज़ारों का रिटर्न देने वाला शेयर इतना सस्ता कैसे हो सकता है | सोचने में भी अजीब लगता है पर ऐसा असल में होता है | अब इन शेयर के इतने सस्ते होने का राज़ जानते हैं ।

इन कंपनियों के शेयर इतने सस्ते इसलिए हैं क्योंकि ये मार्किट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से बहुत छोटी हैं । मुश्किल से इनकी कुल वैल्यूएशन 47 करोड़ है । इस प्रकार की कंपनियों का कोई भरोसा नहीं होता कि कब बंद हो जाएँ इसलिए आपको ये जानना चाहिए कि कंपनियां आखिर कितने प्रकार की होती हैं |

Companies division on the basis of Market Capitalization in Hindi

मार्किट वैल्यू के हिसाब से कंपनी को चार प्रकार से डिवाइड कर सकते हैं:

Micro Cap(माइक्रो कैप)

ऐसी कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 50 से 500 करोड़ के बीच होता है |Ex- Lyka Labs, Hemang Resources, Chennai Ferrous, Suumaya Industries, etc.

Small Cap(स्माल कैप)

ऐसी कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 501 से 5,000 करोड़ के बीच होता है | Ex- EKL Energy Services, JK Lakshmi Cement, Reliance Power, DB Corp, Jindal Poly Films, Hindustan Zinc, Gujarat Mineral Development Corporation, etc.

Mid Cap(मिड कैप)

ऐसी कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 5,001 से 20,000 करोड़ के बीच होता है | Ex- Gillette India Ltd, Ajanta Pharma, Polycab India, Deepak Nitrite, Escorts, Gujarat Gas, Escorts, etc.

Large Cap(लार्ज कैप)

ऐसी कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 20,000 करोड़ से ज़्यादा होता है | Example- TCS, Hindustan Unilever, Bajaj Finance, HDFC Bank, Infosys, Reliance Industries, etc.

सबसे सस्ते शेयर के चक्कर में न पड़ें बल्कि सबसे अच्छा शेयर देखने पर ध्यान दें फिर चाहे उसकी कीमत थोड़ी ज़्यादा ही क्यों न हो। कंपनी अच्छी होगी तो आज नहीं तो कल आपको पैसे मिल ही जायेंगे जबकि सस्ते स्टॉक्स में पैसे लगाने पर उनके मिलने की कोई गारंटी नहीं होती । अपने डीमैट अकाउंट को अच्छी कंपनियों के शेयर से ही भरें और गुमनाम कंपनियों से कोसों दूर भाग जाये |

वैसे तो सेबी ये ध्यान रखता है कि मार्किट में किसी के साथ धोखाधड़ी न हो पर फिर भी आपको ध्यान रखना चाहिए कि आप इन सस्ती कंपनियों के चक्कर में न पड़े और अपनी पूंजी बचाकर रखें |

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